नई दिल्ली। नारी का अकेला न चल कर, सभी को साथ लेकर चलने का विशिष्ट गुण उसका एक सफल नेता होने के आचरण को प्रमाणित करता है तथापि, अधिरोपित अधीनता के कारण, नारी अपने इस गुण को भूल जाती है, पुरुष के पीछे पीछे चलना प्रारम्भ कर देती हैं। इस विषय पर दृष्टिकोण साझा करन के लिए इंस्टिट्यूट आॅफ कंपनी सेक्रेटरीज आॅफ इंडिया की ओर से एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर, कनॉट प्लेस में ‘नारी नेतृत्वता’- चुनौतियां और सफलता मंत्र के विषय पर पहले क्षेत्रीय सम्मलेन का आयोजन किया गया।
संस्थान के लिंग समानता प्रकल्प संतुलन द्वारा लिंग आधारित भेदभाव, नारी के प्रति हिंसा व समग्र नारी सशक्तिकरण हेतु योगदान की मान्यता के अन्तर्गत, संस्थान को ।नारी नेतृत्वता , पर दृष्टिकोण व विचार साझा करने के लिए बोर्ड पर पैनेलिस्ट के तौर पर आमंत्रित किया गया। संस्थान के संस्थापक व संचालक आशुतोष महाराज की शिष्या, विश्व भर में संस्थान के संतुलन आधारित कार्यों की समन्वयक साध्वी दीपिका भारती ने संस्थान की ओर से सम्मलेन में भाग लिया। पैनल में स्पेंटेक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड, नई दिल्ली के आंतरिक लेखा परीक्षा व कंपनी सेक्रेटरी ग्रुप के प्रमुख (डॉ) एस के गुप्ता, टैरो रीडर सोनिया, चेन्नई की गवर्नेंस और अनुपालन सत्ता (टैक्स और नियामक) की अधिनायक दीपा भाटिया चिरायथ उपस्थित थीं।
इस अवसर पर साध्वी दीपिका भारती ने कहा राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुधंरा राजे, एसबीआई की अरुंधति भट्टाचार्य, आईसीआईसीआई-प्रमुख- चंदा कोचर, एक्सिस बैंक की सीईओ-शिखा शर्मा का उदाहरण देते हुए महिलाओं द्वारा अनुकरणीय उपलब्धियों व समाज में उल्लेखनीय सफलता का वर्णन किया। इसके विपरीत, फोर्चून 500 के सी-सूट में महिलाओं की संख्या मात्र 6% होना इस बात को दर्शाता है कि लिंग आधारित भेदभाव नारी के जीवन का अपरिहार्य तत्व है। अवसरों के अभाव व महिलाओं के अपनी क्षमता से अनभिज्ञ होने के कारण समाज में मौजूदा विरोधाभास पर भी प्रकाश डाला। साध्वी ने लेक्चर व विडियो के माध्यम से ये भी बताया कि गुरुदेव आशुतोष महाराज के दिशा निर्देश में विश्व शान्ति की स्थापना के लिए संस्थान के अधिकतर आथ्यात्मिक व सामाजिक महत्वपूर्ण कार्य गुरु शिष्याओं द्वारा किये जा रहे हैं।
अंत में उपस्थितियों के प्रति आभार व्यक्त कर, साध्वी भारती को स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया। प्रतिभागियों ने संतुलन कार्यक्रम व संतुलन के अन्तर्गत संचालित लिंग समानता व नारी सशक्तिकरण के अभियान में भाग लेने में रूचि व्यक्त की। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग की सलाहकार ज्योति जिंदगर मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित थी। सम्मलेन में अन्य 250 कंपनी सेक्रेटरी व लिंग समानता क्षेत्र के कार्यकर्ता भी उपस्थित थे। अंत में ग्रुप फोटो के साथ कार्यक्रम संपन्न किया गया।

Comments
Post a Comment