जयपुर में इंस्पायर अवार्ड के लिए आवेदन में चौंकाने वाली कमी: क्या शिक्षा विभाग इस संकट को सुलझा पाएगा?
Education department: जयपुर। केंद्र सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी द्वारा दिए जाने वाले इंस्पायर अवार्ड के लिए इस साल राजस्थान के विद्यार्थियों की रुचि में काफी कमी आई है। पिछले साल रिकॉर्ड संख्या में आवेदन प्राप्त करने वाले राज्य से अब तक महज 95,000 विद्यार्थियों ने ही आवेदन किया है।
जयपुर में भी आवेदन की स्थिति चिंताजनक है, जहां अब तक सिर्फ 6,431 विद्यार्थियों ने आवेदन किया है। यह संख्या पिछले साल के मुकाबले आधी से भी कम है, जब 15,989 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था। इंस्पायर अवार्ड के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 15 सितंबर है, और केवल तीन दिन बाकी हैं।
शिक्षा विभाग की चिंता: संस्था प्रधानों को निर्देश
आवेदन की कम संख्या को देखते हुए शिक्षा विभाग के अधिकारी सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को अधिक से अधिक आवेदन प्राप्त कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, कम आवेदन की स्थिति में संस्था प्रधानों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
पिछले साल 1.5 लाख से अधिक आवेदन
पिछले साल राजस्थान से 1,59,885 विद्यार्थियों ने इंस्पायर अवार्ड के लिए आवेदन किया था। इस साल अब तक केवल 95,168 आवेदन ही प्राप्त हुए हैं, जो पिछले साल की तुलना में एक बड़ी कमी को दर्शाता है। शिक्षा विभाग के अधिकारी इस बदलाव से हैरान हैं और उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि नामांकन की संख्या बढ़ाई जाए।
इंस्पायर अवार्ड: योजना और लाभ
यह योजना 2010 में शुरू की गई थी, जिसमें कक्षा 6 से 10वीं के विद्यार्थियों को अपने आइडिया स्कूल के माध्यम से अपलोड करने होते हैं। प्रत्येक स्कूल पांच आइडिया भेज सकता है। चयनित आइडिया पर आधारित मॉडल बनाने के लिए विद्यार्थियों के खातों में ₹10,000 डीबीटी के माध्यम से जमा कराए जाते हैं।
आवेदन की स्थिति: जयपुर और अन्य जिलों का हाल
जयपुर के बाद इस साल सबसे अधिक आवेदन अलवर (5,753) और बाड़मेर (4,982) से प्राप्त हुए हैं। अन्य प्रमुख जिलों में श्रीगंगानगर (4,678), उदयपुर (4,521), हनुमानगढ़ (4,313), चित्तौड़गढ़ (3,819), जोधपुर (3,771), सवाई माधोपुर (3,735) और चूरू (3,444) शामिल हैं।
शिक्षा विभाग की चेतावनी
अशोक गुप्ता, एडीईओ (माध्यमिक), ने कहा, "सभी ब्लॉकों के अधिकारियों और प्रधानाचार्यों को बार-बार अवगत कराने के बावजूद नामांकन में भारी कमी आई है। अगर किसी क्षेत्र के स्कूलों में अवार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया, तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।"
राज्य में इस कमी को दूर करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं ताकि अधिक से अधिक विद्यार्थी इंस्पायर अवार्ड के लिए आवेदन कर सकें।

Comments
Post a Comment