कांग्रेस विधायक ने चोरी छुपे किया कॉलेज भवन का उद्घाटन: जानिए कौन है यह विधायक और देखिए उसका कारनामा

 RajasthanPolitics:डूंगरपुर, राजस्थान – राजस्थान के डूंगरपुर में एक अद्वितीय और विवादास्पद घटना ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा ने अचानक और बिना किसी प्रशासनिक स्वीकृति के रामसागड़ा सरकारी कॉलेज के अधूरे भवन का फीता काटकर लोकार्पण कर दिया। इस घटना ने क्षेत्रीय राजनीति में तूफान मचा दिया है, और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच जबरदस्त रोष उत्पन्न कर दिया है।



विधायक ने गुप्त तरीके से किया लोकार्पण

विधायक गणेश घोघरा ने बिना किसी पूर्व सूचना के और गुप्त तरीके से कॉलेज भवन का लोकार्पण किया। इस कार्यक्रम में कॉलेज के छात्र और स्थानीय निवासी तो मौजूद थे, लेकिन जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की ओर से कोई भी अधिकारी उपस्थित नहीं था। भाजपा कार्यकर्ताओं को भी इस घटनाक्रम की जानकारी नहीं हो पाई, जिससे पार्टी में असंतोष और हड़कंप मच गया है।

प्रिंसिपल की चौंकाने वाली टिप्पणी

कॉलेज के प्रिंसिपल ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कॉलेज भवन का निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ है और ठेकेदार ने आधिकारिक रूप से भवन का हैंडओवर भी नहीं किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आमतौर पर ऐसे लोकार्पण कार्यक्रम सरकार और आयुक्तालय के स्तर पर तय किए जाते हैं, और विधायक द्वारा किया गया यह लोकार्पण न तो प्रशासनिक रूप से मान्यता प्राप्त है और न ही इसकी कोई औपचारिकता पूरी की गई है।

विधायक का बयान और दावे

विधायक गणेश घोघरा ने बताया कि कॉलेज भवन का निर्माण 2021 में शुरू हुआ था, और वर्तमान में कॉलेज सीनियर स्कूल के दो कमरों में संचालित हो रहा है, जहाँ 450 छात्रों का एडमिशन हो चुका है। विधायक का कहना है कि छात्रों को हो रही समस्याओं को लेकर उन्होंने कई बार जिला प्रशासन से भवन के जल्द लोकार्पण की मांग की, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। इसी वजह से उन्होंने खुद ही भवन का लोकार्पण करने का निर्णय लिया।

विवाद और राजनीतिक प्रतिक्रिया

इस अप्रत्याशित घटना ने बीजेपी में नाराजगी की लहर पैदा कर दी है। पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विधायक की कार्रवाई पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस घटना से न केवल स्थानीय राजनीति में खलबली मचेगी, बल्कि यह विवाद आगामी चुनावी परिदृश्य को भी प्रभावित कर सकता है।

डूंगरपुर में इस घटनाक्रम के बाद राजनीतिक माहौल में और भी उथल-पुथल की संभावना जताई जा रही है, और सभी की नजरें अब इस मुद्दे पर प्रशासनिक और राजनीतिक प्रतिक्रियाओं पर बनी रहेंगी।

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