आरपीएससी की विश्वसनीयता पर भारी संकट, पेपर लीक और घोटालों से हिली आधारशिला"

 PublicServiceCommissionScandal:अजमेर। राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की विश्वसनीयता एक बार फिर बड़े संकट में है। हाल ही में हुए भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी और पेपर लीक की घटनाओं ने आयोग की छवि को गंभीर धक्का पहुंचाया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इन घोटालों में वही लोग शामिल हैं, जिनकी जिम्मेदारी परीक्षाओं को पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से आयोजित करने की थी। पूर्व आयोग सदस्य रामू राम राइका की गिरफ्तारी ने इस विवाद को फिर से सुर्खियों में ला दिया है।



आयोग की खस्ता हालत का लंबा इतिहास

राजस्थान लोक सेवा आयोग का विवादों से पुराना नाता रहा है। 2013 में, तत्कालीन अध्यक्ष हबीब खान गौरान पर आरोप लगा था कि उन्होंने अपनी बेटी के लिए आरजेएस परीक्षा का पेपर लीक किया। इस प्रकरण ने आयोग की छवि को गंभीर चोट पहुंचाई, और गौरान को इस्तीफा देना पड़ा। उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर आत्मसमर्पण भी हुआ।

उसके बाद 2018 में, आरएएस परीक्षा में रिश्वत के आरोप में कनिष्ठ लेखाकार सज्जन सिंह गुर्जर की गिरफ्तारी हुई। हालांकि, आयोग की सदस्य राजकुमारी गुर्जर और उनके पति को अंततः क्लीन चिट मिल गई।

हाल की घटनाओं ने बढ़ाई चिंता

  • उप निरीक्षक प्रतियोगी परीक्षा 2021: इस परीक्षा के परिणाम 24 दिसंबर 2021 को जारी हुए थे, लेकिन परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपों ने आयोग की साख को दांव पर लगा दिया। अब पूर्व सदस्य रामू राम राइका की गिरफ्तारी ने इस मामले को एक बार फिर तूल दे दिया है। जांच जारी है और इस प्रकरण में नई जानकारियाँ सामने आ सकती हैं।

  • वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा 2022: 24 दिसंबर 2022 को आयोजित इस परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक होने का मामला सामने आया। आयोग के पूर्व सदस्य बाबूलाल कटारा पर आरोप है कि उन्होंने प्रश्न पत्र को अपने भांजे से लिखवाया और उसे बेच दिया। इस मामले में कटारा और उनके सहयोगियों की गिरफ्तारी हुई, जिससे परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल उठे।

सदस्यों की पूछताछ और गंभीर आरोप

हाल ही में कांग्रेस नेता गोपाल केसावत के रिश्वत मामले में आयोग के दो सदस्यों से एसीबी ने पूछताछ की। इसके अलावा, गहलोत सरकार के मुख्य सचिव निरंजन आर्य की पत्नी डॉ संगीता आर्य और कवि कुमार विश्वास की पत्नी डॉ मंजू शर्मा से भी पूछताछ की गई। ये पूछताछ यह दर्शाती है कि आयोग की उच्च पदस्थ हस्तियाँ भी विवादों में घिरी हुई हैं।

बेनीवाल का तीखा बयान

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को एक कठोर पत्र लिखा है। पत्र में बेनीवाल ने मांग की है कि राजस्थान लोक सेवा आयोग की एसआई भर्ती 2021 को तुरंत रद्द किया जाए और तत्कालीन अध्यक्ष संजय शौत्रिय की गिरफ्तारी के निर्देश राजस्थान सरकार को दिए जाएं।

क्या भविष्य में सुधार होगा?

राजस्थान लोक सेवा आयोग की गड़बड़ियों का यह सिलसिला लगातार जारी है और इसकी जांच अब भी चल रही है। आयोग की साख को फिर से स्थापित करना एक बड़ी चुनौती है। प्रदेश के लाखों युवाओं की उम्मीदें जुड़ी हैं, और यह देखना होगा कि क्या आयोग इस संकट से उबरकर अपने दायित्वों को सही तरीके से निभा पाएगा या यह समस्या और गहरी होती जाएगी।

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