PoliticalAccountability: जयपुर। पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने राजधानी जयपुर में बाढ़ और खराब सड़क हालात को लेकर सरकार की कठोर आलोचना की है। खाचरियावास ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के सांगानेर, उप मुख्यमंत्री के विद्याधर नगर, और कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह के झोटवाड़ा क्षेत्र में बाढ़ के बाद हालात अत्यंत खराब हो गए हैं। कई कॉलोनियों में एक महीने से पानी भरा हुआ है, सड़कें कीचड़ से पटी हुई हैं, और सीवरेज की समस्याएं बढ़ गई हैं।
“सरकार की सुस्ती से पूरा जयपुर बर्बादी की ओर!”
खाचरियावास ने बताया कि पूरे जयपुर में जेडीए और नगर निगम के भ्रष्टाचार के चलते नालों की सफाई नहीं की गई। उन्होंने दावा किया कि नाले मलबे से भरे हुए हैं और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। “स्थानीय जनता और जन प्रतिनिधि चिल्ला रहे हैं, लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी,” खाचरियावास ने कहा।
“नेताओं के बड़े-बड़े बयान और असलियत की कड़वी सच्चाई!”
पूर्व मंत्री ने कहा कि नेताओं ने बाढ़ के दौरान पानी इकट्ठा नहीं होने का दावा किया था, लेकिन उनकी घोषणाओं की हवा निकल गई। “अगर नालों की सफाई, सीवरेज की सफाई और आपदा प्रबंधन के लिए समय पर कदम उठाए गए होते, तो स्थिति इतनी गंभीर नहीं होती,” खाचरियावास ने जोड़ा।
“राजस्थान के हालात भी बेहाल, सरकार पर सवालिया निशान!”
उन्होंने कहा कि पूरे राजस्थान में भी स्थिति दयनीय है। मुख्यमंत्री और मंत्रियों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों और कटे हुए गांवों का कोई हवाई सर्वेक्षण नहीं किया और किसानों को कोई आर्थिक सहायता नहीं दी गई।
“मुख्यमंत्री जापान यात्रा पर, जयपुर की समस्याएं बेहाल!”
खाचरियावास ने आरोप लगाया कि बड़े अधिकारी स्थिति का आकलन करने के लिए बस में बैठकर आए हैं और उन्होंने ठीक से निरीक्षण नहीं किया। “मुख्यमंत्री जापान यात्रा पर चले गए हैं, और जब तक वे वहां से पैसे लेकर लौटेंगे, तब तक जयपुर और पूरे प्रदेश की समस्याएं जस की तस रहेंगी,” उन्होंने निष्कर्ष निकाला।
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