भारत के खिलाफ बोलने से बाज आइए!" भजनलाल शर्मा ने राहुल गांधी को किया बेनकाब

Criticism of Rahul Gandhi: जयपुर। राहुल गांधी के हालिया अमेरिका दौरे ने राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है। उनके द्वारा वहां दिए गए बयानों ने भारतीय राजनीति में नई बहस छेड़ दी है। हरियाणा के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के तीखे हमलों के बीच, कांग्रेस भी बचाव की मुद्रा में आ गई है।



भजनलाल शर्मा की तीखी प्रतिक्रिया: "देश की गरिमा को ठेस पहुंचाई"

राजस्थान  के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल बार-बार विदेश जाकर भारत की छवि को धूमिल कर रहे हैं। उन्होंने विशेष रूप से राहुल के भारतीय अल्पसंख्यकों की धार्मिक स्वतंत्रता पर दिए गए बयान की आलोचना की। शर्मा ने कहा, "आपके बयान से देश की गरिमा को ठेस पहुंची है। 1984 के सिख दंगों में कांग्रेस की भूमिका को आप कैसे भूल सकते हैं?"

शर्मा ने यह भी कहा कि राहुल गांधी की टिप्पणियां आरक्षण प्रणाली पर उनकी गहरी समझ की कमी को दर्शाती हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, "क्या यह विदेशी दर्शकों को खुद के बुद्धिमान होने का दिखावा करने का प्रयास है? अपने आप को बुद्धिमान प्रदर्शित करने के बजाय आप देशहित को प्राथमिकता दें।"

अमित शाह का समर्थन: "देशविरोधी ताकतों का समर्थन राहुल गांधी की आदत"

राहुल गांधी के बयान पर अमित शाह का तीखा पलटवार भी चर्चा का विषय बना। शाह ने राहुल गांधी को जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के एजेंडे का समर्थन करने और विदेशी मंचों पर भारत विरोधी बातें करने का आरोप लगाया। इस बयान का समर्थन करते हुए भजनलाल शर्मा ने भी कहा, "राहुल गांधी और कांग्रेस देशविरोधी ताकतों का समर्थन करने के आदी हो गए हैं। चाहे वह जम्मू-कश्मीर का मुद्दा हो या फिर आरक्षण, राहुल गांधी का एजेंडा विभाजनकारी है।"

अमेरिका दौरे पर राहुल गांधी के बयान: भारत की राजनीति और आरक्षण पर विचार

राहुल गांधी ने अपने अमेरिका दौरे के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की, जिनमें भारतीय राजनीति, आरक्षण, और जातिगत असंतुलन प्रमुख थे। उन्होंने कहा, "2014 के बाद से भारत में राजनीति पूरी तरह बदल गई है। आज का राजनीतिक माहौल हमारे लोकतांत्रिक ढांचे पर हमला कर रहा है।"

आरक्षण पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा, "भारत का बड़ा हिस्सा आदिवासी, निचली जाति, दलित और अल्पसंख्यक है, लेकिन सरकार और संस्थानों में उनकी भागीदारी की कमी है। हम जाति जनगणना के माध्यम से इस असंतुलन को सामने लाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि हम इस दिशा में प्रभावी नीतियां बना सकें।"

राहुल ने यह भी स्पष्ट किया कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया, और उन्होंने कभी भी आरक्षण का विरोध नहीं किया। उन्होंने कहा, "हम आरक्षण को 50% से आगे बढ़ाने की योजना बना रहे हैं।"

चीन पर राहुल गांधी के बयान ने भी खींचा ध्यान

राहुल गांधी ने चीन की विस्तारवादी नीति पर भी गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा, "चीन ने लद्दाख में दिल्ली के आकार की जमीन पर कब्जा कर रखा है, और मोदी सरकार इसे ठीक से संभाल नहीं पा रही है। यह एक बड़ी आपदा है, लेकिन मीडिया इस पर चर्चा नहीं कर रहा है।"

उनके अनुसार, भारत को उत्पादन बढ़ाने और रोजगार के अवसर पैदा करने पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि चीन को उत्पादन का प्रमुख केंद्र बनाना भारत की एक बड़ी गलती साबित हो रही है।

कांग्रेस का बचाव: "राहुल गांधी ने देश की समस्याओं को उजागर किया"

कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी के बयानों का बचाव करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य देश की वास्तविक समस्याओं को उजागर करना था। पार्टी प्रवक्ताओं ने जोर देकर कहा कि राहुल ने जातिगत असंतुलन और चीन की विस्तारवादी नीति पर जो बातें कहीं, वे भारत के हित में हैं और उनका किसी भी तरह से देश की छवि खराब करने का इरादा नहीं था।

कांग्रेस ने कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा राहुल गांधी पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं और उनकी टिप्पणियों को राजनीतिक फायदे के लिए गलत तरीके से पेश किया जा रहा है।

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