Sikar Road का गड्ढा: क्या अफसरों के तबादले से मिलेगा समाधान या बढ़ेगी जनता की परेशानी?

 Public inconvenience: सरकार ने अफसरों के विभाग बदल दिए हैं, लेकिन सीकर रोड स्थित गड्ढे की स्थिति जस की तस बनी हुई है। 7 अगस्त को सीवर लाइन धंसने से 20 फीट चौड़ा गड्ढा बना था, जो 43 दिन बाद भी ठीक नहीं हो सका है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 13 अगस्त को यहां दौरा किया था और अधिकारियों को सड़क पर निकलने का निर्देश दिया था।

Sikar Road


गड्ढे की मरम्मत का वादा, फिर भी स्थिति में सुधार नहीं

17 अगस्त को तत्कालीन यूडीएच सचिव टी रविकांत, जेडीसी मंजू राजपाल, कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित समेत जेडीए और निगम के इंजीनियरों ने भी स्थिति का जायजा लिया था। तब ग्रेटर निगम के एडिशनल चीफ इंजीनियर नितिन शर्मा ने 7 से 10 दिन में मरम्मत का दावा किया था। लेकिन 19 दिन बाद 5 सितंबर को सरकार ने 108 अधिकारियों के तबादले कर दिए, फिर भी गड्ढे की स्थिति नहीं बदली।

डेढ़ महीने से उधड़ी सड़क की परेशानियां

डेढ़ महीने से सड़क 30 मीटर लंबाई तक उधड़ी पड़ी है, जिससे भारी मशीनरी लगी हुई है। इस कारण से सड़क की एक लेन पर ट्रैफिक बंद है। इससे रोजाना बसों में सफर करने वाले 10 से 20 हजार यात्रियों और हजारों वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सीकर, चोमू, झुंझुनूं, रींगस, बीकानेर, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ की बसें यहां से गुजरती हैं, और 100 मीटर दूर बसों के रुकने से ट्रैफिक में बाधा उत्पन्न हो रही है।

निगम इंजीनियरों का बयान: काम पूरा होने में समय लगेगा

निगम इंजीनियरों का कहना है कि अब नई लाइन डाली जा रही है और थोड़े दिन का काम बाकी है। हालांकि, दिन में ट्रैफिक के चलते कार्य में कठिनाई आ रही है। तेज बारिश के कारण अम्बाबाड़ी के पास लाइन टूटने से समस्या और बढ़ गई, जिससे नई लाइन डालने की आवश्यकता पड़ी।

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