दूध के साथ किया नववर्ष का स्वागत

जयपुर। राजस्थान युवा छात्र संस्था एवं इंडियन अस्थमा केयर सोसायटी की ओर से सरस के सहयोग से नववर्ष की पूर्व संध्या पर दूध पिला कर नववर्ष की शुरूआत की गई। मिडिया प्रभारी रेखराज चौहान ने बताया कि नववर्ष की की संध्या को राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार के बाहर लोगों को दूध पिला कर बस बहुत हो गया ‘अब दारू नहीं दूध अपनाए’ के संदेश के साथ लोगों को दूध पिलाया गया। इस कार्यक्रम में सरस के सहयोग से हजारों लीटर दूध लोगों को पिला कर बुराई से नहीं अच्छाई से नववर्ष का स्वागत करने का संदेश दिया गया।  इसी क्रम में राजस्थान ्रसांस्कृतिक युवा मंच एवंं गायत्री शक्तिपीठ वाटिका की ओर से ‘व्यसन मुक्ति एवं कुरीति उन्मूलन आंदोलन’ के तहत 31 दिसम्बर, को नववर्ष की शुरुआत, दारू नहीं दूध के साथ कार्यक्रम का आयोजन किया। आयोजन सीकर रोड स्थित सन एंड  मून प्रांगण में देर रात तक चला। इस अवसर पर 1500 लीटर दूध  लोगों को नशा नहीं करने तथा करते हैं ,तो छोडऩे का संकल्प करा कर नि:शुल्क पिलाया। साथ ही श्याम मंडल द्वारा श्यामजी का दरबार सजा कर भजन संध्या का आयोजन किया गया।    इसके अलावा दूसरा कार्यक्रम गायत्री शक्तिपीठ वाटिका, हनुमान नगर विकास समिति तथा अखिल भारतीय जांगिड़ कर्मचारी समिति जयपुर द्वारा डी॰ आर॰ पुरी के बंगले के सामने, गौतम मार्ग तिराहा, सिरसी रोड, खातीपुरा, जयपुर पर 500 लीटर दूध लोगों को नशा छोडऩे का संकल्प करा कर नि:शुल्क पिलाया । तीसरा कार्यक्रम गायत्री शक्तिपीठ वाटिका, पूज्य सिंधी पंचायत संस्थान, मुरलीपुरा, अग्रवाल समाज समिति, मुरलीपुरा, मानव सेवा समिति जयपुर द्वारा शहीद मेजर योगेश अग्रवाल सर्किल, मुरलीपुरा स्कीम, जयपुर पर 500 लीटर दूध लोगों को नशा छोडऩे का संकल्प करा कर नि:शुल्क पिलाया।  मिल्क क्लब ऑफ राजस्थान की ओर से नववर्ष की पूर्व संध्या पर दूध महोत्सव का आयोजन किया ।  इसी कडी में सांगानेर विधानसभा के सभी 13 वार्डो में दूध महोत्सव का आयोजन किया गया।  मुख्य आयोजन बी-2, बाईपास चौराहा, एस.एफ.एस. मानसरोवर पर किया । जहां हजारों लीटर गर्मागर्म दूध आम जनता एवं प्रदेश के युवाओं को पिला कर भारतीय परम्परा एवं संस्कृति से जोडे रखने की अपील की गई। कांग्रेस नेता पुष्पेन्द्र भारद्वाज ने बताया दूध महोत्सव 14 वर्ष से लगातार जारी है । जयपुर शहर भर में 200 से ज्यादा जगहो पर नववर्ष की पूर्व संध्या पर आमजन को दूध पिलाकर नया वर्ष मनाया जा रहा है।    

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