जयपुर। श्री राधे रानी प्रभात फेरी मण्डल नेहरू नगर की ओर से रविवार को पानीपेच में षष्ठम् वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया। प्रभात फेरी में शोभायात्रा के साथ ही सन्त समागम का भी आयोजन हुआ। सत्संग -संकीर्तन के साथ ही श्रद्धालुओं ने श्री राधे रानी की झांकी दर्शन कर धर्मलाभ प्राप्त किया।
श्री राधे रानी प्रभात फेरी मण्डल के मुख्य संयोजक रामस्वरूप नाटाणी ने बताया कि रविवार को शोभायात्रा सुबह 7:00 बजे पानीपेच स्थित श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर से शोभायात्रा शुरू हुई। हाथी -घोडे के लवाजमे एवं आतिशबाजी के साथ बैण्ड -बाजों की धुनों के बीच श्री राधे रानी की झांकी निकाली गई। यह शोभायात्रा श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर से प्रारम्भ होकर विभिन्न मार्गो से होती हुई पुन: श्री लक्ष्मीनारायणजी मंदिर पहुंचकर सम्पन्न हुई।
इसमें इस्कॉन मंदिर के सत्संग एवं संकीर्तन मण्डल, श्रीराम प्रभात फेरी मण्डल ढहर का बालाजी, श्री शिव सत्संग भवन संकीर्तन एवं संकीर्तन मण्डल रामनिवास बाग, गुरूकृपा सत्संग मण्डल,श्री राधा-गोविन्द प्रभात फेरी मण्डल,मुरलीपुरा तथा श्री राधे रानी प्रभात फेरी मण्डल उदयपुरिया आदि श्री सत्संग मण्डलियों के सदस्य मुख्य झांकी के आगे-आगे सत्संग -संकीर्तन करते हुए चल रहे थे।
साथ ही विराट सन्त समागम के दौरान त्रिवेणी धाम के ब्रह्रापीठाधीश्वर नारायणदास महाराज, रेवासा धाम के अग्रपीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज तथा हाथोज धाम से आचार्य महामण्डलेष्वर श्री बालमुकुन्दाचार्य महाराज सहित कई सन्त -महन्त सुसज्जित रथों में विराजमान थे। शोभायात्रा का मार्ग में विशिष्ट अतिथिगण एवं स्थानीय निवासियों ने आरती उताकर स्वागत किया।
श्री राधे रानी प्रभात फेरी मण्डल के मुख्य संयोजक रामस्वरूप नाटाणी ने बताया कि रविवार को शोभायात्रा सुबह 7:00 बजे पानीपेच स्थित श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर से शोभायात्रा शुरू हुई। हाथी -घोडे के लवाजमे एवं आतिशबाजी के साथ बैण्ड -बाजों की धुनों के बीच श्री राधे रानी की झांकी निकाली गई। यह शोभायात्रा श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर से प्रारम्भ होकर विभिन्न मार्गो से होती हुई पुन: श्री लक्ष्मीनारायणजी मंदिर पहुंचकर सम्पन्न हुई।
इसमें इस्कॉन मंदिर के सत्संग एवं संकीर्तन मण्डल, श्रीराम प्रभात फेरी मण्डल ढहर का बालाजी, श्री शिव सत्संग भवन संकीर्तन एवं संकीर्तन मण्डल रामनिवास बाग, गुरूकृपा सत्संग मण्डल,श्री राधा-गोविन्द प्रभात फेरी मण्डल,मुरलीपुरा तथा श्री राधे रानी प्रभात फेरी मण्डल उदयपुरिया आदि श्री सत्संग मण्डलियों के सदस्य मुख्य झांकी के आगे-आगे सत्संग -संकीर्तन करते हुए चल रहे थे।
साथ ही विराट सन्त समागम के दौरान त्रिवेणी धाम के ब्रह्रापीठाधीश्वर नारायणदास महाराज, रेवासा धाम के अग्रपीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज तथा हाथोज धाम से आचार्य महामण्डलेष्वर श्री बालमुकुन्दाचार्य महाराज सहित कई सन्त -महन्त सुसज्जित रथों में विराजमान थे। शोभायात्रा का मार्ग में विशिष्ट अतिथिगण एवं स्थानीय निवासियों ने आरती उताकर स्वागत किया।
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