जयपुर। श्री गुरूगोबिन्द सिंह जी के 350वें प्रकाष उत्सव पर गुरूद्वारा श्री गुरू नानक सिख सभा, हीदा की मोरी में तीन दिन से चल रहे अखण्ड पाठ साहेब की समाप्ति हुई। उसके उपरान्त कीर्तन दरबार सजाया गया। सुबह अखण्ड पाठ की समाप्ति के बाद भाई अमरीक सिंह, हजुरी रागी जत्था गुरूद्वारा हीदा की मोरी ने कीर्तन दीवान सजाया। उसके उपरान्त बाद भाई सुरेन्द सिंह सहज, लुधियाना ने ‘चरन चलो मारग गोबिन्द,’ ‘मितर प्यारे नू हाल मुरिदा दा कहना’ शबद गाकर संगत को निहाल किया। भाई बलदेव सिंह बुलन्दपुरी, लुधियाना ‘वाहो वाहो गोबिन्द सिंह आपे गुर चेला’ शबद गाकर संगत को निहाल किया। उन्होंने गुरूगोबिन्द सिंह जी की जीवनी पर प्रकाश डाला कि उन्होंने किस प्रकार अपने पूरे परिवार का बलिदान दिया। इस अवसर पर गुरूद्वारे में रक्त दान शिविर का आयोजन किया गया। भगवान महावीर कैसर हॉस्पिटल की और से आये डॉ. के.सी. लोकवानी के नेतृत्व में 103 यूनिट ब्लड लिया गया। गुरूद्वारे में सभी वर्ग के 103 लोगों ने बढ़चढ़ कर रक्तदान किया। गुरूद्वारे के स गुरदीप सिंह, स राजेन्द्र सिंह, स सुरेन्द्र सिंह एवं स जोगेन्द्र सिंह आदि ने इस रक्तदान के लोगों को प्रोत्साहित किया। कीर्तन समाप्ति के बाद गुरू के अटूट लंगर के वितरण की व्यवस्था भी की गई ।
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