जयपुर। श्री प्रेमभाया महोत्सव के उपलक्ष्य में चांदपोल बाजार के जयलाल मुंशी का रास्ता स्थित युगल कुटीर में मनाए जा रहे 80 वें त्रिदिवसीय भक्ति संगीत समारोह के दूसरे दिन मंगलवार को भी भक्ति सरिता प्रवाहित हुई। दोपहर को महिला मंडल की महिलाओं ने परंपरागत भजनों की स्वर लहरियां बिखेरी। रात्रि आठ बजे से एक बार फिर नामचीन कलाकारों ने युगल किशोर महाराज की रचनाओं से श्री प्रेमभाया सरकार को ढूंढ़ाड़ी भाषा के भजनों से रिझाया।
समिति के संरक्षक ललित किशोर शर्मा ने मोहे अपने चरण की शरण दे जय गणपति गणराज और आवो आवो जी कन्हैया गुण गावा छां, मन मंदिर माहीं बुलावा छां भजन के साथ भजन संध्या का श्रीगणेश किया। हीना सैन ने कद आवोला कन्हैया म्हारै द्वार, गौरव जैन-दीप शिखा जैन ने मन राम सुमिर तिर जाएगा फिर करणी पर पछताएगा, गोपाल सैन ने घनश्याम म्हारा हिवड़ा मं रम जाज्योजी घनश्याम, सन्नी चक्रधारी ने मनमोहनी मुरलिया अब तो सुना दो मोहन भजन सुनाकर श्रोताओं को भक्ति के गोते लगवाए। रामस्वरूप दास, भानु कुमार सहित अन्य गायकों ने भी भक्त युगलजी की रचनाओं से भक्तिरस बरसाया। इस अवसर पर सभी श्रृद्धालुओं पर पुष्पवर्षा की गया। मंच संचालन राजेश आचार्य ने किया। उत्सव में नगाड़े पर अजीज, ऑर्गन पर बुंदू, ढोलक पर निजाम और रामसिंह, क्लारनेट पर अंबालाल ने साथ दिया। समिति के मंत्री योगेश भटनागर ने बताया कि 18 मार्च को नगर संकीर्तन निकलेगा। शाम 7 बजे युगल कुटीर से प्रारंभ होकर जाट के कुएं का रास्ता, गोपीनाथ जी का मंदिर, बारह भाइयों का चौराहा, नाहरगढ़ रोड़, चांदपोल बाजार, छोटी चौपड़, त्रिपोलिया, बड़ी चौपड़, जौहरी बाजार, गोपाल जी का रास्ता, लालजी सांड का रास्ता, बोरडी का रास्ता, अजायबघर का रास्ता, खूंटेटों का रास्ता, खेजड़ो का रास्ता, खजाने वालों का रास्ता होते हुए सुबह 7 बजे युगल कुटीर पहुंचेगा। यहां आरती के बाद समारोह का समापन होगा।
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