बुध का मिथुन राशि में गोचर, ये आएगा प्रभाव

 जयपुर। 
बुध ग्रह, जिसे सभी ग्रहों में युवराज का दर्जा प्राप्त है। बुध अपनी राशि मिथुन में गोचर किया। बुध संचार, तार्किक क्षमता, अवलोकन आदि का कारक ग्रह है। यह जातक को व्यवसायिक गुण भी देता है। कुंडली में इसकी मजबूत स्थिति होने से उपरोक्त सभी गुण जातक में देखे जाते हैं। जैसा कि हम बता चुके हैं बुध ग्रह का गोचर अपनी स्वराशि मिथुन में हो रहा है, आईए अब जानते हैं कि इस गोचर का आपके जीवन पर क्या असर पड़ेगा। यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है।

मेष
बुध ग्रह का गोचर आपके तृतीय भाव में होगा, यह भाव संचार, छोटे भाई-बहन, साहस और पराक्रम का कारक माना जाता है। चूंकि यह भाव आपके पराक्रम को दर्शाता है इसलिए बुध के गोचर के दौरान मेष राशि के जातकों में भी यह गुण देखने को मिलेगा, इस राशि के जातक ऊर्जान्वित रहेंगे और इस समय काल में अपने लक्ष्यों को पूरा करना उनका मकसद रहेगा। किसी भी तरह का प्रयास करने में इस राशि के जातक इस दौरान हिचकिचाएंगे नहीं। तृतीय भाव से आपके भाई-बहनों के बारे में भी विचार किया जाता है इसलिए मेष राशि के जातक अपने भाई-बहनों के साथ समय बिताएंगे, जिससे परिवार के माहौल में भी सकारात्मकता आएगी। बुध के इस गोचर के दौरान संचार के साधनों जैसे इंटरनेट, सोशल मीडिया के जरिये मेष राशि के जातकों को कोई अच्छी खबर इस दौरान मिल सकती है। इसके साथ ही जो लोग लेखन या प्रकाशन से जुड़े व्यवसाय में हैं उन्हें अपने करियर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए अच्छे अवसर प्राप्त हो सकते हैं।

इस समय आप अपने लोन या कर्ज भी चुका सकते हैं। बुध की दृष्टि आपके नवम भाव पर भी पड़ रही है और यह भाव पिता का होता है इसलिए पिता का खराब स्वास्थ्य आपकी चिंता का विषय बन सकता है, साथ ही पिता के साथ मेष राशि के कुछ जातकों के मतभेद हो सकते हैं।

आपके प्रेम जीवन में रोमांस की अधिकता इस गोचर के दौरान देखने को मिलेगी, अपने लवमेट से आप अपनी भावनाएं खुलकर साझा करेंगे। वहीं शादीशुदा लोगों को अपने जीवनसाथी का पूर्ण सहयोग इस दौरान मिलेगा। स्वास्थ्य के लिहाज से भी यह गोचर अच्छा है।

उपायः बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा करने से शुभ फल प्राप्त होंगे।

वृषभ
वृषभ राशि के जातकों के धन भाव यानि द्वितीय भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा। इस भाव से आपकी वाणी और परिवार के बारे में भी विचार किया जाता है। यह गोचर आपके लिए मिलेजुले परिणाम देने वाला साबित होगा। इस गोचर के चलते वृषभ राशि के जातक परिवार उन्मुख हो जाएंगे और अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताना पसंद करेंगे। हालांकि बुध वाणी का प्रतिनिधित्व भी करता है इसलिए बातचीत के दौरान शब्दों को इस्तेमाल सोच समझकर करें, ऐसा इसलिए है क्योंकि आपके द्वारा किया गया कोई मजाक सामने वाले को आहत कर सकता है।

द्वितीय भाव से धन पर भी विचार किया जाता है। बुध के इस गोचर के दौरान आपके संचित धन में वृद्धि हो सकती है। नए बैंक खाते खोलने के लिए, लंबी अवधि के निवेश के लिए यह समय अच्छा है। आर्थिक उन्नति आपकी प्राथमिकता होगी जिससे आप अपना और अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित कर पाएंगे। इस राशि के विद्यार्थियों की बात की जाए तो धीरे-धीरे आप शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति करते जाएंगे।

इस राशि के जो जातक अभी तक सिंगल हैं वो इस गोचर के दौरान अपनी भावनाओं को व्यक्त कर पाएंगे जिससे कोई नया रिश्ता जुड़ सकता है। वहीं इस राशि के विवाहित जातकों की फैमिली में कोई नया सदस्य आ सकता है, हालांकि अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य को लेकर आप थोड़े चिंतित हो सकते हैं।

इस गोचर काल के दौरान अपने आसपास स्वच्छता रखना आपके लिए बेहद जरुरी है, नहीं तो मुंह और दांतों से जुड़ी कोई समस्या आपको हो सकती है। इस राशि के जिन जातकों को हार्मोन से जुड़ी कोई समस्या जैसे थाइरोइड है तो उन्हें जरुरी सावधानी बरतने की जरुरत है।

उपायः प्रतिदिन तुलसी के पौधे की पूजा करें और पौधे में जल अर्पित करें।


मिथुन
मिथुन राशि के जातकों के लग्न भाव यानि प्रथम भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा। इस भाव से आपके व्यक्तित्व का पता चलता है। बुध आपके चौथे भाव जिसे विलासिता, आराम, माँ और घर का कारक माना जाता है का भी स्वामी है, यह दर्शाता है कि बुध का गोचर आपके लिए अनुकूल परिणाम लेकर आएगा। आपके प्रथम भाव में बुध की स्थिति के चलते इस समय अवधि के दौरान आप अधिक जीवंत और जिंदादिल होंगे। आप युवा जोश से भरे होंगे और बुध आपको अच्छा संचार कौशल प्रदान करेगा जिससे आप जीवन के सभी क्षेत्रों में लोगों को प्रभावित कर पाएंगे। व्यवसाय और नौकरी पेशा लोगों के जीवन में भी कई नए अवसर आने की संभावना है जिससे इस समय आय और आराम में वृद्धि हो सकती है।

बुध इस गोचर के दौरान दिगबली अवस्था में होगा जिसके कारण आप रचनात्मक विचारों से भरे रहेंगे और आपकी बौद्धिक क्षमता भी अच्छी होगी। बुध की यह अवस्था मिथुन राशि के लोगों कोई भी निर्णय लेने की अच्छी समझ देगा जिससे आप अवसरों का सही लाभ उठा पाएंगे, जिससे सफलता और संतुष्टि आपको मिलेगी। लेकिन बुध के इस गोचर के दौरान आप एक साथ कई काम करने की कोशिश कर सकते हैं, क्योंकि आप जल्द ही एक काम से बोर हो जाते हैं इसलिए अन्य काम करने की तरफ आपका ध्यान जाता है। ऐसा करना आपके लिए ठीक नहीं है क्योंकि इससे आपके काम में असंगतियां आ सकती हैं। इसलिए जो काम कर रहे हैं पहले उसे पूरा करें और उसके बाद ही अगला काम हाथ में लें।

बुध का यह गोचर इस राशि के प्रेमी-प्रेमिकाओं के लिए सुखद रहेगा। जो लोग अभी तक सिंगल थे वो इस गोचर के दौरान मिंगल कर सकते हैं। शादीशुदा लोगों के जीवन में सुख और संतोष बना रहेगा।

उपायः बुध ग्रह के बीज मंत्र का विधिवत पाठ करें।

कर्क
कर्क राशि के जातकों के द्वादश भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा। इस भाव को व्यय और विदेश यात्राओं का भाव कहा जाता है, इस भाव में बुध की स्थिति से आपको जीवन में मिलेजुले परिणाम प्राप्त होंगे। इस गोचर के दौरान अपने संसाधनों का प्रबंधन आपके लिए बहुत जरुरी होगा। इस दौरान कुछ ऐसी स्थितियां पैदा हो सकती है जिनमें आपका खर्चा बढ़ जाएगा। कर्क राशि के जातकों को इस दौरान स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं इसलिए योग-ध्यान करना आपके लिए फायदेमंद रहेगा, तनाव को जितना हो सके खुद से दूर रखें। क्योंकि बुध की दृष्टि आपके षष्ठम भाव जिससे प्रतियोगिताओं, शत्रु, रुकावटों के बारे में विचार करते हैं पर भी पड़ रही है, इसलिए वाद-विवाद की स्थिति से इस दौरान आपको बचकर रहना चाहिए नहीं तो आपकी छवि खराब हो सकती है। साथ ही ऐसा कोई काम न करें जिससे कोर्ट कचहरी के चक्कर में फंस जाएं, अगर ऐसा होता है तो आपका खर्च बढ़ सकता है। इस दौरान लोन या उधार लेने से भी आपको बचने की जरुरत है।

हालांकि इस दौरान कर्क राशि के जातकों का पारिवारिक माहौल सुखद रहेगा। आपके भाई-बहनों की प्रगति से घर में खुशियों का माहौल होगा। द्वादश भाव से विदेशों के बारे में भी विचार किया जाता है, बुध इस गोचर के दौरान अपनी स्वराशि में स्थित है इसलिए यह बात इस तरफ इशारा करती है कि कर्क राशि के कुछ जातक भविष्य में बसने के लिए विदेशी अवसरों की तलाश कर सकते हैं।

उपायः बुधवार के दिन गाय को हरी घास खिलाने से आपको शुभ फल प्राप्त होंगे।

सिंह
बुध ग्रह का गोचर आपके एकादश भाव में होगा इसे लाभ और सफलता का भाव कहा जाता है। बुध आपके संचित धन और परिवार के द्वितीय भाव का भी स्वामी है। बुध का यह गोचर सिंह राशि के जातकों के लिए शुभ रहेगा। इस राशि के जो लोग नौकरी पेशा हैं उन्हें उच्च अधिकारियों से सम्मान की प्राप्ति होगी और कार्यक्षेत्र के हर काम में सफलता मिलेगी। वहीं जो लोग नौकरी की तलाश कर रहे हैं उन्हें अपनी मनचाही संस्था में जॉब मिल सकती है। आपके द्वितीय भाव का स्वामी आपके एकादश भाव में विराजमान होने से सिंह राशि के जातकों के लिए बहुत सुंदर धन योग का निर्माण हो रहा है। इस योग के कारण आप धन और नाम कमा सकते हैं और कई क्षेत्रों में सफलता पा सकते हैं। कारोबार में भी आपको लाभ की प्राप्ति होगी। यही नहीं अपने दोस्त और सामाजिक संपर्कों से भी आपको लाभ हो सकता है। इस दौरान आप जितना लोगों से मिलेंगे, सोशल मीडिया के जरिये लोगों से जुड़ेंगे उतना ही आपको फायदा मिलेगा।

प्यार और रोमांस के लिए भी यह समय अच्छा है लेकिन अपने जीवनसाथी या लवमेट के साथ समय जरुर बिताएं इससे आपके रिश्ते को और मजबूती मिलेगी।

उपायः घर के मंदिर में कपूर जलाने से आपको बुध ग्रह के अच्छे फल प्राप्त होंगे।

कन्या
बुध का गोचर कन्या राशि के जातकों के दशम भाव में होगा। दशम भाव से हम आपके करियर और कर्म के बारे में विचार करते हैं। इसलिए कन्या राशि के जातकों को इस गोचर के दौरान शुभ फलों की प्राप्ति होगी। इस गोचर के दौरान आपके अंदर समर्पण की भावना विकसित होगी इसके साथ ही आप उर्जा से भरे रहेंगे और अपने अटके हुए कामों को आराम से पूरा कर पाएंगे। इस वजह से कार्यक्षेत्र में सीनियर्स की वाहवाही आपको मिल सकती है। हालांकि बुध के इस गोचर काल के दौरान आप यह सोचते नजर आ सकते हैं कि कहीं काम में कोई गलती न रह जाए, इससे यह होगा कि आप हर काम को करने में ज्यादा समय लगाएंगे, जिसकी वजह से आपके कामों में देरी होने की संभावना है। इस गोचर के दौरान आपको ज्यादा सक्रिय होने की जरूरत है और अपने कामों को तुरंत निपटाने की जरूरत है न कि यह सोचकर काम को अटकाने की कि, कहीं कुछ कमी तो नहीं रह गई।

इस गोचर काल के दौरान कन्या राशि के जातक करियर ओरिएंटेड रहेंगे जिसके कारण वो अपने प्रियजनों और जीवनसाथी को समय नहीं दे पाएंगे। इसकी वजह से आपके रिश्तों में उतार चढ़ाव आ सकते हैं। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि अपने निजी और पेशेवर जीवन के बीच संतुलन बना रखें, इससे आपके निजी जीवन में भी खुशियां आएंगी।

उपायः प्रतिदिन सूर्योदय के समय विष्णु सहस्रनाम का जाप करें।

तुला
तुला राशि के जातकों के नवम भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा। यह भाव आपके भाग्य, आध्यात्मिकता और उच्च शिक्षा का होता है। बुध के इस गोचर काल के दौरान तुला राशि के जातक आध्यात्मिकता की तरफ बढ़ सकते हैं और जीवन के गूढ़ रहस्यों को जानने की कोशिश कर सकते हैं। आध्यात्मिक और धार्मिक पुस्तकों का इस दौरान आप अध्ययन कर सकते हैं। नवम भाव से गुरुजनों पर भी विचार किया जाता है इसलिए किसी गुरु से की गई मुलाकात और बातचीत लंबे समय तक आपके काम आ सकती है। देश भर में चल रही कोरोना महामारी के चलते ये मीटिंग/ मुलाकात ऑनलाइन ही हो सकती है।

आपके प्रोफेशनल जीवन पर नजर डालें तो कार्यक्षेत्र में आपको प्रमोशन मिल सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आपके काम को इस दौरान किस्मत का भी पूरा सहयोग प्राप्त होगा। आपके सहकर्मी आपसे अच्छा व्यवहार करेंगे और अपने सीनियर्स के साथ भी आप काफी अच्छा वक्त बिता सकते हैं। बुध की यह स्थिति एक शुभ धन योग का भी निर्माण कर रही है, इसकी वजह से तुला राशि के कई जातकों की इनकम बढ़ सकती है। बुध ग्रह तुला राशि के द्वादश भाव का स्वामी भी है इसलिए इस गोचर के दौरान विदेशों से जुड़े व्यापार में इस राशि के जातकों को फायदा हो सकता है।

पारिवारिक जीवन पर नजर डालें तो बुध के इस गोचर के दौरान पिता के साथ आपके कुछ मतभेद हो सकते हैं। यह मतभेद तब और भी ज्यादा हो सकता है यदि आप किसी एक ही व्यवसाय में हैं। पिता के साथ बातचीत के दौरान आपको अपनी सीमाओं को लांघने से बचना चाहिए।

आपके प्रेम जीवन पर नजर डालें तो शादीशुदा जातकों को इस समय काल में खुशी और संतोष की प्राप्ति होगी। वहीं जो जातक प्रेम संबंधों में पड़े हैं वो अपने रिश्तों को नई ऊंचाईयां दे सकते हैं।

इस गोचर काल में विद्यार्थियों के समझने की क्षमता में वृद्धि होगी, इस राशि के जो जातक उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं उन्हें इस समय काल में अच्छे फलों की प्राप्ति होगी।

उपायः जरूरतमंद बच्चों और छात्रों को किताबें दान करें। ये दान कोरोना महामारी के दौरान बनाये गए मापदंडों के अनुसार ही करें।

वृश्चिक
वृश्चिक राशि के जातकों के अष्टम भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा। इस भाव को परिवर्तन, शोध और जीवन में अचानक होने वाली घटनाओं का कारक माना जाता है। चूंकि बुध बहुत तेजी से गति करने वाला ग्रह है इसलिए आपके जीवन में कुछ तेज और त्वरित बदलाव ला सकता है जिसके परिणामस्वरूप शुरुआत में बेचैनी और चिंता आपको हो सकती है। लेकिन यह परिवर्तन वृश्चिक राशि के लोगों को उनके कम्फर्ट जोन और जो सीमाएं उन्होंने अपने लिए बनायी हुई थीं उनसे बाहर निकालने में मदद करेगा। हालांकि बुध ग्रह आपके संचित धन के द्वितीय भाव पर सीधी दृष्टि डाल रहा है इसलिए आपका खर्चा इस दौरान बढ़ सकता है, जिससे संचित धन कम हो सकता है। अत: इस गोचर के दौरान अपने संसाधनों का आपको अच्छी तरह से इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। अष्टम भाव से गिफ्ट और अचानक होने वाले लाभ के बारे में भी विचार किया जाता है इसलिए बुध के अष्टम भाव के दौरान भी आपको अचानक लाभ होने की संभावना है। लेकिन इस गोचर के दौरान आपको अटकलबाजी करने से बचना चाहिए। जो लोग नौकरी पेशा हैं उन्हें जॉब में परिवर्तन करने की बजाय अपनी योग्यता को और निखारना चाहिए।

इस गोचर के दौरान आपको स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखने की जरुरत है खासकर उन लोगों को जो एलर्जी या त्वचा से संबंधी किसी रोग की चपेट में हैं। यदि आपको कोई भी स्वास्थ्य समस्या है तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। योग, ध्यान और शारीरिक काम करने से आपके अंदर की नकारात्मकता और तनाव दूर होगा इसके साथ ही स्वास्थ्य में भी अच्छे बदलाव आएंगे।

यह गोचर उन विद्यार्थियों के लिए शुभ रहेगा जो किसी नये कोर्स में दाखिला चाहते हैं, बुध की स्थिति नये विषयों को समझने में आपकी मदद करेगी।

प्रेम जीवन और रिश्तों की बात की जाए तो, बातचीत के दौरान आपको सावधान रहना होगा। झूठ बोलने से बचें नहीं तो रिश्तों में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं।

उपायः सूर्योदय के समय प्रतिदिन ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का 108 बार जाप करें।

धनु
धनु राशि के जातकों के विवाह भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा इस भाव से जीवन में होने वाली साझेदारियों के बारे में पता चलता है। अग्नि तत्व प्रधान इस राशि के जातकों के लिए बुध का यह गोचर शुभ साबित होगा। बुध आपके कर्म भाव का स्वामी भी है इसलिए धनु राशि के जातकों को इस दौरान प्रमोशन मिल सकता है। बुध ग्रह आपकी अवलोकन करने की क्षमता को बढ़ाएगा जिससे आप अपने काम को अच्छी तरह से पूरा कर पाएंगे और आपको अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। आपके सीनियर्स आपके काम की सराहना इस दौरान कर सकते हैं। इस राशि के कारोबारियों के लिए भी बुध का परागमन शुभ रहेगा लेकिन जो लोग पार्टनरशिप में बिजनेस कर रहे हैं उन्हें ज्यादा प्रॉफिट होने की संभावना है।

प्रेम संबंधों में भी अच्छे बदलाव आएंगे क्योंकि आपके अंदर रोमांस की अधिकता इस दौरान देखने को मिल सकती है। जो लोग प्रेम के संबंध को शादी के अटूट बंधन में बांधना चाहते हैं उनके लिए भी यह गोचर अच्छा रहेगा। विवाहित जातकों के जीवन में भी खुशियां बनी रहेंगी। इस राशि के विद्यार्थी शिक्षा के प्रति इस दौरान ज्यादा गंभीर रहेंगे, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में शुभ परिणाम प्राप्त होंगे।

उपायः प्रतिदिन बुध की होरा के समय बुध मंत्र का जाप करें।

मकर
मकर राशि के जातकों के षष्ठम भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा। इस भाव से प्रतियोगीताओं, शत्रुओं और रोगों के बारे में विचार किया जाता है। इस राशि के पेशेवर लोगों के लिए यह गोचर शुभ साबित होगा। आपकी प्रतिस्पर्धी ताकत में इस दौरान इजाफा होगा जिससे आप अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर पाएंगे। इस समय आपको अपने सहकर्मियों से सहयोग प्राप्त होगा जिससे कार्यक्षेत्र में आपकी उत्पादकता में वृद्धि होगी। जो लोग जॉब में परिवर्तन करने की कोशिश कर रहे हैं उन्हें अपने पसंदीदा फिल्ड या संस्था में नौकरी मिल सकती है। इस राशि के जो जातक कारोबार करते हैं उनको भी बुध के इस गोचर के दौरान मुनाफा होगा और यदि आप बिजनेस को फैलाने के लिए लोन इत्यादि लेना चाहते हैं तो वो भी इस दौरान मंजूर हो सकता है।

आपके निजी जीवन की बात की जाए तो माता के पक्ष के लोगों से इस दौरान आपको उपहार प्राप्त हो सकते हैं। कोर्ट-कचहरी के मुद्दों में आपको इस दौरान विजय प्राप्त हो सकती है। हालांकि प्रेम जीवन में यह गोचर आपको बहुत गंभीर बना सकता है जिससे रिश्ते में परेशानियां पैदा हो सकती हैं। इसलिए आपको अपने लवमेट के साथ इस दौरान क्वालिटी टाइम बिताना चाहिए, इससे आप उनकी भावनाओं को समझ पाएंगे और आपके बीच का रिश्ता मजबूत होगा।

इस राशि के विद्यार्थियों की बात की जाए तो इस दौरान प्रतियोगी परीक्षाओं तैयारी कर रहे इस राशि के छात्रों को सफलता मिल सकती है। इस दौरान आपकी ऊर्जा का स्तर भी बढ़ा रहेगा इसलिए शारीरिक क्रियाकलापों जैसे रनिंग, जिमिंग या योग आदि करने से आप खुद को फिट बना सकते हैं और अपने स्वास्थ्य में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं।

उपायः गाय को हरा चारा खिलाएं।

कुंभ
बुध का गोचर आपके पंचम भाव में होगा, इस भाव से आपकी बुद्धि, संतान, प्यार, रोमांस आदि के बारे में विचार किया जाता है। बुध का पंचम भाव में गोचर आपके लिए अच्छे परिणाम देने वाला साबित हो सकता है। इस राशि के पेशेवर लोग अपने विचारों को बहुत अच्छी तरह से इस दौरान मूर्त रुप दे सकते हैं। जिसके चलते इस समय सीमा के दौरान उनकी आय और समृद्धि में वृद्धि होगी। इस राशि के कारोबारियों को अपनी योजनाओं से लाभ होगा। हालांकि इस दौरान कमाई गई राशि से आपको कोई ऐसा निवेश करना चाहिए जिससे आने वाले समय में आपको लाभ प्राप्त हो, ऐसा करना आपके भविष्य के लिए अच्छा रहेगा।

आपके निजी जीवन की बात करें तो इस राशि के विवाहति जातकों के लिए यह समय बहुत शुभ है, इस गोचर के दौरान आपको अपने जीवनसाथी का पूरा सहयोग प्राप्त होगा। प्रेम जीवन में भी इस राशि के लोग अच्छे फल प्राप्त करेंगे आपका व्यवहार लचीला रहेगा और बेवजह की बातों पर आपका ध्यान नहीं जाएगा। इससे प्यार के रिश्ते में प्रगाढ़ता आएगी।

इस राशि के जिन जातकों के बच्चे हैं वो अपने बच्चों की प्रगति को देखकर खुश होंगे। इस राशि के विद्यार्थी उन जटिल विषयों को भी इस दौरान आसानी से समझ जाएंगे जिनमें उन्हें बीते समय में परेशानी आ रही थी। इसके चलते विद्यार्थी शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे।

आपके स्वास्थ्य जीवन पर नजर डालें तो पेट से जुड़ी समस्या आपको हो सकती है। इसलिए खानपान का ध्यान और नियमित व्यायाम करना आपके लिए बहुत जरुरी होगा।

उपायः देवी सरस्वती की पूजा करें

मीन
बुध ग्रह का गोचर आपके चतुर्थ भाव में होगा। इस भाव से माता, घर, सुख-सुविधाओं आदि के बारे में विचार किया जाता है। बुध की यह स्थिति मीन राशि के जातकों के पारिवारिक जीवन में सकारात्मक बदलाव लेकर आएगी। पारिवारिक जीवन में खुशियां होने से आपके मन में भी शांति का भाव देखने को मिलेगा। घर की अच्छी स्थिति के चलते आप पेशेवर जीवन में भी अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे। हालांकि बुध की चतुर्थ भाव में स्थिति आपको थोड़ा आरामपरस्त भी बना सकती है, क्योंकि यह भाव आपके सुख का भी होता है। इसकी वजह से मीन राशि के जातक अपने कम्फर्ट जोन में रहना पसंद करेंगे जिसके कारण आप अपने भविष्य को खराब कर सकते हैं। इसलिए इस दौरान खुद को सक्रिय बनाए रखना आपके लिए जरुरी होगा, क्योंकि ऐसा करना आपको आने वाले समय में सफल बनाएगा।

निजी जीवन की बात करें तो माता के साथ इस दौरान आपके संबंध सुधरेंगे। मीन राशि के कुछ जातक इस दौरान भूमि या वाहन खरीद सकते हैं। हालांकि आपको कोई भी चीज खरीदने से पहले अपने खर्चों पर भी ध्यान देना चाहिए और उसके बाद ही कोई फैसला लेना चाहिए।

इस गोचर के दौरान आपके जीवनसाथी को उनके कार्यक्षेत्र में सम्मान, प्रशंसा की प्राप्ति होगी। इससे परिवार में खुशियां बढ़ेंगी। खुशियों के माहौल में यदि आप अपने जीवनसाथी को बताएं कि आप उनके जीवन में क्या अहमियत रखते हैं तो इससे आपके रिश्ते में और भी मजबूती आएगी।

उपायः प्रतिदिन तुलसी के पौधे की पूजा करें।

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