गुरु पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर शक्तिपीठ-चेतना केन्द्रों में जप-दीपयज्ञ


-आज घर-घर में होगा गुरु पूजन-हवन
जयपुर। अखिल विश्व गायत्री परिवार  के गुरु पूर्णिमा महोत्सव की पूर्व संध्या पर शनिवार को ब्रह्मपुरी स्थित गायत्री शक्तिपीठ में सुबह पांच से शाम पांच बजे तक गायत्री मंत्र का अखंड जाप हुआ। शक्तिपीठ में निवास कर रहे परिजनों ने गायत्री मंदिर में वेदमाता और गुरूसत्ता के चित्र के समक्ष अखंड दीपक की साक्षी में मानसिक जप कर सबके मंगल की कामना की। जप के बाद दीपयज्ञ किया गया। शक्तिपीठ के व्यवस्थापक महेश शर्मा ने बताया कि प्रज्जवलित दीपकों में अक्षत के माध्यम से कोरोना मुक्ति की कामना के साथ विश्व कल्याणार्थ आहुतियां अर्पित की। गायत्री परिवार के हजारों कार्यकर्ताओं ने भी शाम को अपने-अपने घर में दीपयज्ञ किया।
उल्लेखनीय है कि इस बार गुरु पूर्णिमा सामूहिक रूप से नहीं मनाई जाएगी। ब्रह्मपुरी स्थित गायत्री शक्तिपीठ और सभी चेतना केन्द्रों पर निवास करने वाले कार्यकर्ता ही वहां पर्व पूजन और गुरू पूजन करेंगे। पर्व पूजन के बाद पंच कुंडीय गायत्री यज्ञ में शक्तिपीठ में निवास करने वाले परिजन आहुतियां अर्पित करेंगे। वहीं, अन्य कार्यकर्ता अपने घर पर ही गुरू पूजन और व्यास पूजन करेंगे। प्रारंभ में गायत्री परिजन डेढ़ घंटे गायत्री महामंत्र का जप करेंगे। इसके बाद गायत्री चालीसा या गुरू गीता का पाठ कर गुरूदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य, गुरूमाता भगवती देवी का षोडशोपचार पूजन करेंगे। प्रसाद का भोग लगाने के बाद गायत्री यज्ञ में आहुतियां प्रदान करेंगे। यज्ञ के बाद श्रेष्ठ साहित्य का स्वाध्याय करेंगे। गुरु  दक्षिणा के रूप में ऑनलाइन माध्यम से धनराशि भेंट कर सकेंगे। साहित्य प्रसाद के रूप में कार्यकर्ता पं. श्रीराम शर्मा द्वारा लिखी पुस्तकें वितरित करेंगे। मानसरोवर, सांगानेर, मालवीयनगर, दुर्गापुरा, वैशालीनगर, गांधीनगर, बनीपार्क, विद्याधरनगर, चाकसू सहित अन्य सभी गायत्री चेतना केन्द्रों में भी गुरू पूर्णिमा महोत्सव स्थानीय कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में ही मनाई जाएगी।

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