जयपुर। अखिल विश्व गायत्री परिवार के हजारों कार्यकर्ताओं ने रविवार को अपने-अपने घर में ही गुरु पूर्णिमा महोत्सव मनाया। ब्रह्मपुरी स्थित गायत्री शक्तिपीठ में इस मौके पर पंचकुंडीय गायत्री यज्ञ हुआ। यहां निवास करने वाले कार्यकर्ताओं ने पर्व पूजन और गुरू पूजन किया। इसके बाद पंच कुंडीय गायत्री यज्ञ में आहुतियां अर्पित की। घरों में कार्यकर्ताओं ने गुरू पूजन और व्यास पूजन किया। पं. श्रीराम शर्मा आचार्य और भगवती देशी शर्मा के चित्र के समक्ष डेढ़ घंटे तक परिजनों के साथ गायत्री महामंत्र का जप किया। गायत्री चालीसा और गुरू गीता का पाठ कर गुरूदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य, गुरूमाता भगवती देवी का षोडशोपचार पूजन किया। इसके बाद गायत्री यज्ञ में आहुतियां अर्पित की। कोरोना महामारी की कामना के साथ सूर्य भगवान को विशेष आहुतियां भी अर्पित की। यज्ञ के बाद साहित्य का स्वाध्याय किया। ऑनलाइन माध्यम से गुरु दक्षिणा भेजी।
परिचित और आसपास के लोगों को पुस्तकें और मंत्र लेखन पुस्तिकाएं प्रसाद के रूप में प्रसाद के रूप में बांटी। मानसरोवर, सांगानेर, मालवीयनगर, दुर्गापुरा, वैशालीनगर, गांधीनगर, बनीपार्क, विद्याधरनगर, चाकसू सहित अन्य सभी गायत्री चेतना केन्द्रों में भी गुरू पूर्णिमा महोत्सव स्थानीय कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में ही मनाया गया।
पंचवटी रोपण अभियान का आगाज:
गुरु पूर्णिमा को ब्रह्मपुरी स्थित गायत्री शक्तिपीठ और मानसरोवर चेतना केन्द्र से
पंचवटी रोपण अभियान का शुभारंभ हुआ। वृक्षगंगा अभियान के तहत डिवाइन इंडिया यूथ एसोसिएशन, राजस्थान यह अभियान पूरे प्रदेश में चलाएगी। गायत्री परिवार के राजस्थान जोन प्रभारी अंबिका प्रसाद श्रीवास्तव ने इस मौके पर कहा कि
वनों की अंधाधुंध कटाई, आधुनिकीकरण और मनुष्य की स्वार्थपरता के चलते आज प्राकृतिक संतुलन बिगड़ चुका है। जिसका परिणाम विविध रूपों में हम सभी भुगतना पड़ रहा है। ऐसे में सघन पौधरोपण आज की महत्ती आवश्यकता बन गई है। इसी को ध्यान में रखते हुए अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के निर्देशन में वृक्षगंगा अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान प्रदेश में अलग-अलग जिलों में प्रत्येक सप्ताह रविवार को चलाया जाएगा।
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