जयपुर। सितंबर का महीना ग्रहों की स्थिति के लिहाज से बहुत अहम होने वाला है। इस दौरान कई ग्रह अपनी स्थिति बदलेंगे और इसका असर राशियों पर पड़ेगा। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि सितंबर 2020 में सूर्य कन्या राशि में प्रवेश करेंगे, मंगल वक्री होंगे, वहीं बुध का भी कन्या में प्रवेश होगा, गुरु मार्गी होंगे, शुक्र का गोचर होगा और राहु वृष में प्रवेश करेंगे। केतु भी इसी महीने धनु में प्रवेश करेंगे। राहु और केतु का यह बदलाव साल की सबसे बड़ी ज्योतिषीय घटनाओं में से एक है। इस राशि परिवर्तन का अलग-अलग राशियोंं पर गहरा असर पड़ेगा। कहीं शुभ होगा, तो कहीं हानि हो सकती है। हानि से बचने के उपाय भी ज्योतिषाचार्यों द्वारा सुझाए जा रहे हैं। 10 सितंबर से मंगल मेष राशि में वक्री होगा। यह स्थिति 14 नवंबर तक रहेगी, जब मंगल मार्गी होगा। यानी कुल मिलाकर 66 दिन मंगल की यह वक्री चाल रहेगी और कई राशियों पर असर डालेगी। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि कुछ राशियों को इसका फायदा होगा तो कुछ को नुकसान झेलना होगा।
1 सितंबर शुक्र का कर्क राशि में प्रवेश: सितंबर महीने की पहली तारीख से ही राशि परिवर्तन का क्रम शुरू हो गया है। इस दिन शुक्र का कर्क राशि में प्रवेश हुआ। यह स्थिति 28 सितंबर तक रहेगी। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, कर्क चंद्र ग्रह की राशि है और शुक्र चंद्र ग्रह का शत्रु है। यानी कर्क राशि वालों के लिए यह मुश्किल समय हो सकता है। साथ ही अन्य राशियों पर भी इसका विपरीत असर पड़ सकता है।
2 सितंबर को बुध का कन्या राशि में परिवर्तन: सितंबर महीने के दूसरे दिन भी राशि परिवर्तन हुआ। उस दिन बुध कन्या राशि में प्रवेश कर गया। यह स्थिति 22 सितंबर तक रहेगी, जिसके बाद बुध तुला में जाएगा। यह राशि परिवर्तन कुछ राशियों के लिए शुभ बताया जा रहा है।
12 सितंबर को गुरु होंगे मार्गी: देवगुरु बृहस्पति 13 सितंबर को अपनी राशि धनु में मार्गी होंगे। कई राशि वालों के लिए यह बदलाव बेहद शुभ फलदायी बताया जा रहा है। गुरु को धन, स्वर्ण और सुख सुविधा का दाता माना जाता है।
16 सितंबर को बदलेगी सूर्य की दशा: 16 सितंबर वो तारीख है जिस दिन सूर्य सिंह राशि से निकल कर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। यह स्थिति 17 अक्टूबर तक रहेगी। उस दिन सूर्य अपनी नीच राशि तुला में जाएगा। जिन लोगों की राशि में सूर्य की शुभ दशा चल रही है उन्हें इस परिवर्तन से फायदा होगा
23 सितंबर को राहु और केतु बदलेंगे दशा: 23 सितंबर को राहु और केतु एक साथ अपनी दशा बदेंलेगे। राहु इस दिन मिथुन राशि से वृष राशि में गोचर करेगा और 12 अप्रैल 2022 तक यहीं रहेगा। राहु का राशि परिवर्तन इस साल की सबसे बड़ी ज्योतिषीय घटनाओं में से एक है। इसी तरह, केतु धनु से वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा। केतु के इस गोचर का असर सभी राशियों पर पड़ेगा। यह प्रभाव शुभ-अशुभ रूप में हो सकता है।
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