धर्मप्रवाह डेस्क, जयपुर।
14 अक्टूबर को बुध तुला राशि में वक्री होगा यानी टेढ़ी चाल से चलेगा। इसके बाद अगले महीने यानी 4 नवंबर को ये ग्रह सीधी चाल से चलने लगेगा। काशी के ज्योतिषाचार्य पं. गणेश मिश्र के मुताबिक बुध की चाल में बदलाव होने से 5 राशियों के लिए अच्छा समय शुरू हो जाएगा। वहीं अन्य 7 राशि वाले लोगों को संभलकर रहना होगा। बुध के प्रभाव से लेन-देन, अर्थव्यवस्था और कामकाज में बदलाव हो सकता है।
- पं. राजकुमार चतुर्वैदी बताते हैं कि कोई ग्रह वक्री होता है तो पृथ्वी से कुछ इस तरह दिखाई देता है जैसे वो बहुत धीरे या उल्टी चाल से पीछे की ओर चल रहा है। ज्योतिष ग्रंथों में वक्री ग्रहों का खास असर बताया गया है। पं. मिश्र के अनुसार बुध की चाल में बदलाव होने से वृष, मिथुन, कन्या, मीन और मकर राशि वालों के लिए समय शुभ रहेगा। वहीं, मेष, कर्क, सिंह, तुला, वृश्चिक, धनु और कुंभ राशि वाले लोगों को संभलकर रहना होगा।
12 राशियों पर बुध का असर
तुला राशि में बुध के वक्री हो जाने वृष, मिथुन, कन्या, मीन और मकर राशि वाले लोगों को धन लाभ हो सकता है। इन 5 राशियों को किस्मत का साथ भी मिलेगा। इन लोगों के कामकाज में तरक्की का समय भी है। बुध के कारण इन राशियों के लोगों की सेहत में भी सुधार हो सकता है। लेन-देन और निवेश में फायदा हो सकता है। रुका हुआ पैसा मिलने के भी योग बन रहे हैं।
- बुध के अशुभ असर की वजह से मेष, कर्क, सिंह, तुला, वृश्चिक, धनु और कुंभ राशि वालों के लिए समय ठीक नहीं कहा जा सकता है। इन 7 राशि वालों को 4 नवंबर तक संभलकर रहना होगा। कामकाज में जल्दबाजी या लापरवाही के कारण मुश्किलें बढ़ सकती हैं। लेन-देन और निवेश के मामलों में लिए गए फैसले गलत होने की आशंका बन रही है। गुप्त बातें उजागर हो सकती है। सेहत संबंधी मामलों में सावधान रहना होगा। गले से जुड़ी बीमारी हो सकती है।
अशुभ असर से बचने के लिए गणेश पूजा
बुध के अशुभ प्रभाव से बचने और शुभ असर बढ़ाने के लिए भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए। हर बुधवार को गणेश जी के दर्शन करें और लड्डू का भोग लगाएं। गाय को घास खिलाएं। मूंग का दान करें। गणेशजी को दूर्वा चढ़ाएं। गणेश मंदिर में हरे कपड़े का दान करें। पानी में अपामार्ग यानी चिरचिटा की जड़ डालकर उस पानी से नहाएं। ऐसा करने से बुध ग्रह के अशुभ असर में कमी आ सकती है।
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