इस माह मंगल, बुध, सूर्य- शुक्र ग्रहों की चाल में बदलाव, सभी राशियों को मिलेगा, लेकिन कुछ सावधानियां भी रखनी होंगी





जयपुर। अक्टूबर माह में 4 ग्रहों की चाल बदल जाएगी। ये बदलाव सभी राशियों को फायदा तो पहुंचाएगा, लेकिन कुछ सावधानियां भी रखनी होंगी। ये सावधानियां स्वास्थ्य और रोजगार संबंधी होंगी। ग्रह-गोचर की स्थिति बदलने से धीरे-धीरे 6 माह से ठप पड़े बाजार में नवरात्रि से कारोबार में तेजी आने की बात कही जा रही है। पं अक्षय गौतम के मुताबिक माह के पहले ही सप्ताह में 4 अक्टूबर को मंगल मार्गी होकर मीन राशि के छठवें भाव में आ गए हैं। इसी तरह 14 अक्टूबर को बुध ग्रह तुला राशि में वक्री हो जाएंगे। 17 अक्टूबर को नवरात्रि के पहले ही दिन सूर्य तुला राशि में नीच के होंगे। इस दौरान लोगों को विशेष रूप से लेन देन में सावधानी रखनी चाहिए। महीने का अंतिम राशि परिवर्तन शुक्र का होगा। 24 अक्टूबर को वे कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। इनके असर से शेयर बाजार, आवासीय सेक्टर में उतार-चढ़ाव दिख सकता है। ऊर्जा के क्षेत्र में उन्नति की भी संभावना है। ऐसी घटनाएं भी सामने आ सकती हैं जो जनमानस में क्रोध और अवसाद बढ़ा सकता है। 


मंगल: मंगल का असर शारीरिक ऊर्जा, ब्लड प्रेशर, स्वभाव में उत्साह, वीरता और गुस्सा, प्रॉपर्टी, व्हीकल, भाई, दोस्त, धातुओं में तांबे और सोने पर होता है। अगर मंगल का शुभ प्रभाव हो तो इन मामलों से जुड़ी परेशानियां होती है। वहीं शुभ प्रभाव से फायदा मिलता है। 4 अक्टूबर से 14 नवंबर मीन में रहेंगे। 


शुभ : तुला और मकर

अशुभ : मेष, वृष, मिथुन, सिंह, कन्या, धनु और कुंभ



बुध: ग्रह के शुभ प्रभाव से शिक्षा, गणित, लेन-देन, निवेश और बिजनेस में फायदा मिलता है। इसके प्रभाव से फायदेमंद योजनाएं बनती हैं। इसके साथ ही शरीर में बुध का असर स्किन और आवाज पर पड़ता है। बुध के शुभ प्रभाव से इंसान चतुर बनता है। 14 अक्टू. से 4 नवंबर तक तुला में है।  

शुभ : वृष, मिथुन, कन्या, मीन, मकर।

अशुभ :मेष, कर्क, सिंह, तुला, वृश्चिक, धनु, कुंभ।


सूर्य: सूर्य ग्रह का असर शरीर में पेट, आंखें, दिल, चेहरे और हड्डियों पर होता है। सूर्य के अशुभ प्रभाव से सिरदर्द, बुखार और दिल की बीमारियां होती हैं। आत्मविश्वास बढ़ता है। सम्मान और प्रसिद्धि मिलती है। जॉब और बिजनेस में तरक्की भी मिलती है। 17 अक्टूबर से 16 नवंबर तुला में रहेगा। 

शुभ : वृष, सिंह, और मकर

अशुभ : मेष,मिथुन,कर्क,कन्या,तुला, वृश्चिक,धनु, कुंभ,मीन।


शुक्र: इनका प्रभाव इनकम, खर्चा, शारीरिक सुख-सुविधाएं, शौक और भोग-विलास पर होता है। यौन सुख संबंधी मामलों में शुभ-अशुभ बदलाव देखने को मिलते हैं। इसके  शुभ प्रभाव से खांसी और कमर के निचले हिस्सों में बीमारी होती है। 23 अक्टू से 16 नवंबर तक कन्या में है। 

शुभ : मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, मकर और कुंभ।

अशुभ :वृश्चिक, धनु और मीन।

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