जयपुर। कार्तिक पूर्णिमा शुक्रवार को देव दिवाली मनाई जाएगी। मंदिरों में बड़े स्तर पर देव दिवाली के आयोजन होंगे। देव दिवाली का मुख्य आयोजन आराध्य देव गोविंद देव जी मंदिर में होगा। यहां रास पूर्णिमा मनाई जाएगी। शाम 7:15 से 7:30 बजे तक रास पूर्णिमा की विशेष झांकी के दर्शन होंगे। मंदिर के प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि अन्य सभी झांकियों का समय यथावत रहेगा। इस अवसर पर ठाकुर जी को सफेद पोशाक धारण कराकर सफेद अलंकार और पुष्पों से श्रृंगार किया जाएगा। ठाकुर श्रीजी को खीर और खीरसा का भोग अर्पण किया जाएगा। मंदिर के गर्भगृह में रास का खाट सजाया जाएगा, जिसमें चौसर और शतरंज की झांकी होगी। ठाकुर जी की सेवा में दूध, पान, इत्रदान अर्पित किए जाएंगे। श्री मन्न नारायण प्रंन्यास मंडल की ओर से सीकर रोड ढहर के बालाजी परसरामनगर स्थित श्रीमन्न नारायण धाम में देव दिवाली पर ठाकुर श्री लक्ष्मीनारायण का विशेष पूजन कर दीपदान किया जाएगा। सुभाष चौक पानों का दरीबा स्थित सरस निकुंज में शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरीशरण महाराज के सान्निध्य में देव दिवाली मनाई जाएगी। रात्रि को विशेष झांकी के दर्शन होंगे। चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर जी, पुरानी बस्ती स्थित राधा गोपीनाथ जी, रामगंज बाजार स्थित लाड़लीजी सहित अन्य मंदिरों में भी देव दिवाली पर विशेष आयोजन होंगे।
ज्योतिषाचार्य राजकुमार चतुर्वेदी ने बताया कि पूर्णिमा तिथि 18 नवंबर को दोपहर से शुरू हो गई जो 19 नवंबर शुक्रवार दोपहर करीब ढाई बजे तक रहेगी।
महामंडलेश्वर पुरूषोत्तम भारती ने बताया कि धार्मिक मान्यता है कि इस दिन देवता काशी की पवित्र भूमि पर उतरते हैं और दिवाली मनाते हैं। इसलिए मुख्य रूप से देव दिवाली काशी में गंगा नदी के तट पर मनाई जाती है। इस दिन काशी नगरी में एक अलग ही उल्लास देखने को मिलता है। हर ओर साज-सज्जा की जाती है और गंगा घाट पर हर ओर मिट्टी के दीपक प्रज्वलित किए जाते हैं। उस समय गंगा घाट का दृश्य भाव विभोर कर देने वाला होता है। छोटीकाशी जयपुर में भी देव दिवाली धूमधाम से मनाई जाएगी।
वैकुंठ चतुर्दशी पर किया दान-पुण्य
कार्तिक मास शुक्ल चतुर्दशी गुरूवार को मनाई गई। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने विविध मंदिरोंं में दर्शन कर कल्प वृक्ष और कंदब के वृक्ष की परिक्रमा की। शाम को दीपदान किया। एक सौ आठ से लेकर एक हजार आठ बत्तियों वाले दीपक जलाए गए। श्रद्धालुओं ने ऊं नमो नारायणाय मंत्र का जाप किया। गोविंद देवजी, राधा दामोदर जी, गोपीनाथ जी और ताड़केश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर मंदिर में गुरूवार को श्रद्धालुओं ने उत्साह के साथ दीपदान किया। सैंकड़ों दीयों की रोशनी से मंदिर प्रकाशित हो
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