हनुमान जन्मोत्सव पर गूंजा....'अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता'

जयपुर। श्रीराम भक्त हनुमान का जन्मोत्सव से मनाया गया। मंदिरों में सुंदर कांड एवं हनुमान चालीसा की चौपाइयां गूंज उठीं। 'जय हनुमान ज्ञान गुण सागर....अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता..' का भक्तों ने गान किया। सभी हनुमान मंदिरों में वीर की पूजा-अर्चना, हनुमान चालीसा, सुंदरकांड के पाठ और शोभायात्रा के आयोजनों से छोटीकाशी हनुमानमय हो उठी। दो साल बाद चारदीवारी में बजरंग बली की शोभायात्रा भी निकाली गई। ब्रह्म मुहूर्त में अजंनी के लाल का पंचामृत अभिषेक कर सिंदूरी चोला धारण कराया गया। नवीन पोशाक धारण कराकर फूलों से श्रृंगार किया गया।


आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर ठिकाने के राजामल का तालाब स्थित हनुमान गढ़ी में महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में हनुमान लला का जन्माभिषेक किया गया। सिंदूरी चोला धारण कराकर ऋतु पुष्पों से श्रृंगार किया गया। मंदिर के प्रबंधक मानस गोस्वामी ने आरती की। चांदी की टकसाल स्थित काले हनुमान जी मंदिर में महंत गोपालदास महाराज के सान्निध्य में जन्मोत्सव मनाया गया। वेद मंत्रोच्चार के साथ पंचामृत अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण कराई गई।


108 औषधि द्रव्यों से किया अभिषेक: दिल्ली बाईपास स्थित खोले के हनुमान मंदिर में हनुमान जन्मोत्सव पर सुबह सात बजे 108 औषधि द्रव्यों और विभिन्न तीर्थों के जल से मंत्रोच्चार के साथ बजरंग बली को स्नान कराया गया।  वेद मंत्रोच्चार से अभिषेक कर षोडशोपचार पूजन किया गया। इस मौके पर बजरंग बली को चांदी की 31 किलो वजनी विशेष पोशाक धारण कराई गई। राजभोग आरती में छप्पन भोग अर्पित किए गए। दोपहर  विशेष उत्सव आरती कर हवन किया गया। शाम को भजन संध्या हुई। 


कुल देवता को ढोक देने पहुंचे श्रद्धालु: घाट के बालाजी मंदिर में स्वामी सुदर्शनाचाय के सान्निध्य में अभिषेक कर सिंदूरी चोला धारण कराया गया। जयपुरवासियों के कुल देवता के रूप में मान्यता के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे। 


हनुमान पार्क को दिया अयोध्या का रूप: अंबाबाड़ी स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर में 44 वां हनुमान जन्मोत्सव पर सुबह बालाजी का पूजा और अभिषेक के साथ शुरू हुआ। भक्तों ने रंग-बिरंगी रोशनी और विदेशी  फूलों के साथ मोगरा की महक से सुवासित मंदिर में दर्शन किए। हनुमान पार्क से बनाए गए प्रवेश द्वार से होते हुए कृत्रिम गुफा से गुजरते हुए दर्शन किए। दिनभर भक्तों के आने का सिलसिला जारी रहा। हनुमान मंदिर ट्रस्ट के महासचिव सुरेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि इस बार मंदिर प्रवेश पर गुफा आकर्षण का केन्द्र रही। मंदिर प्रांगण में राम सेतु, हनुमानजी का सुरसा के मुंह से निकलना सहित कई झाकियां सजाई गई। हनुमान  पार्क को अयोध्या का रूप दिया गया है। 

 ऋतु पुष्पों से किया श्रृंगार: त्रिपोलिया बाजार के तंवर जी का नोहरा स्थित शिव शक्ति हनुमान मंदिर में महामंडलेश्वर पुरूषोत्तम भारती के सान्निध्य में बजरंग बली का पंचामृत अभिषेक कर सिंदूरी चोला धारण कराया गया। नवीन पोशाक धारण कराकर ऋतु पुष्पों से मनमोहक श्रृंगार किया गया। विविध व्यंजनों का भोग लगाकर महाआरती की गई।  गलता गेट के पंचमुखी हनुमा मंदिर, चांदपोल हनुमान, सांगानेरी गेट हनुमान, विद्याधरनगर के पापड़ के हनुमान जी , सांगानेर के हनुमान मंदिर, सीकर रोड स्थित ढहर के बालाजी मंदिर, हाथोज के श्री दक्षिण मुखी बालाजी मंदिर में हनुमान जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया।

श्रद्धालुओं ने किए सालासर बालाजी के दर्शन: श्री सालासर भक्त मंडल के बैनर तले श्रद्धालुओं का एक जत्था शनिवार तड़के  जौहरी बाजार के हल्दियों का रास्ता स्थित मंगलेश्वर महादेव मंदिर से सालासर के लिए रवाना हुआ। श्री सालासर भक्त मंडल के अध्यक्ष रामप्रसाद कारोडिय़ा ने बताया कि विभिन्न मंदिरों के दर्शन करते हुए श्रद्धालु सालासर बालाजी मंदिर पहुंचे। वहां हनुमान जन्मोत्सव पर आयोजित कार्यक्रमों में शामिल हुए। सालासर बालाजी के दर्शन कर सवा दस मण प्रसाद का भोग लगाया। विश्व शांति की कामना की। रात्रि को श्रद्धालु सकुशल जयपुर लौट आए।


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