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गामा कैमरा एक अत्याधुनिक मशीन है, जिसका उपयोग बोन स्कैन, लिवर कैंसर, आंत कैंसर समेत विभिन्न प्रकार की जांचों के लिए किया जाता है। स्टेट कैंसर संस्थान के अधीक्षक डॉ. संदीप जसूजा ने बताया कि आमतौर पर हर महीने बोन कैंसर की 10 से 15 जांचें की जाती हैं, लेकिन फिलहाल पेट स्कैन की सुविधा उपलब्ध होने से मरीजों को ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है।
डॉ. जसूजा ने यह भी जानकारी दी कि न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में जल्द ही प्रशिक्षित टेक्नीशियन की नियुक्ति की जाएगी, जिससे गामा कैमरा मशीन से जांचें फिर से शुरू की जा सकेंगी। हालांकि, तब तक मरीजों को निजी केंद्रों पर जाने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है, जिससे उनके इलाज का खर्च काफी बढ़ गया है।

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